केंद्र सरकार ने सोमवार को कोरोना की वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को एक करोड़ दस लाख डोज का ऑर्डर दिया. सोमवार को SSI के अधिकारियों ने बताया कि हर डोज की कीमत लगभग 210 रुपये है, जिसमें 10 रुपये जीएसटी है.
कोरोना वैक्सीन को देशभर के विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने के लिए मंगलवार(12 जनवरी) को डिस्पैच किया जाएगा. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI ने कोवीसील्ड वैक्सीन को 3 जनवरी को टीकाकरण के लिए मान्यता दी थी.
Serum Institute of India (SII) के अनुसार पहले चरण में वैक्सीन 60 अलग-अलग जगहों पर भेजें जाएंगे. राजधानी दिल्ली और करनाल को मिनी हब बनाया गया है. पूर्वोत्तर में कोलकाता मिनी हब है. जबकि गुवाहाटी को पूरे नार्थ-ईस्ट के राज्यों का मिनी हब बनाया गया हैं. साउथ में हैदराबाद और चेन्नई नोडल पॉइंट हैं.
देशभर में वैक्सीन पहुंचाने का ठेका पुणे की एक कंपनी कूल एक्स को मिला है. कूल एक्स कंपनी के एमडी राहुल अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि देशभर में वैक्सीन पहुंचाने की तैयारी हम पिछले एक महीने से कर रहे हैं. कंपनी के पास 350 गाड़ियां हैं. और बैकअप के तौर पर लगभग 500 और गाड़ियां हैं.
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वैक्सीन की तैयारियों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू होगा. ये देश के लिए गर्व की बात है कि जिन दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है ये दोनों भारतीय वैक्सीन हैं.
पहले किसे मिलेगी वैक्सीन-
भारत में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है. पहले चरण में लगभग 3 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. जिसमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, जिन्हें पहले वैक्सीन दी जाएगी. इसके बाद दूसरे चरण में 27 करोड़ लोगों को वैक्सीनेशन के लिए शामिल किया जाएगा. इनमें वे लोग शामिल होंगे जो पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं.
कोवीशील्ड-
कोवीशील्ड के दो डोज हैं जो 28 दिनों के अतंराल पर दी जाएगी. दोनों वैक्सीन देने के बाद वैक्सीन का शेड्यूल पूरा हो जाएगा. इसके अलावा दूसरा डोज देने के दो हफ्ते बाद एंटीबॉडी दी जाएगी.