प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नेशनल यूथ पार्लियामेंट को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार स्वामी विवेकानंद की जंयती और विशेष हो गई है क्योंकि युवा संसद, संसद के सेंट्रल हाल में हो रही है.
नरेंद्र मोदी ने न्यू एजूकेशन पॉलिसी का जिक्र करते हुए कहा कि नई एजूकेशन पॉलिसी बेहतर भविष्य का निर्माण करेगी. यह पॉलिसी युवाओं को अनेक अवसर प्रदान करेगी. युवाओं के कार्य कौशल में वृद्धि होगी. प्रधानमंत्री ने राजनीति में भाई-भतीजा को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया. उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा दुश्मन राजनीति में भाई-भतीजावाद है. भारत में कुछ लोग ऐसे हैं, जिनका विचार, लक्ष्य, सब कुछ अपने परिवार की राजनीति से है और राजनीति में अपने परिवार को बचाने का कार्य करते हैं. ये भारत में राजनीतिक और सामाजिक भ्रष्टाचार का भी एक बहुत बड़ा कारण है.
राजनीतिक वंशवाद, Nation First के बजाय सिर्फ मैं और मेरा परिवार, इसी भावना को मज़बूत करता है।
ये भारत में राजनीतिक और सामाजिक करप्शन का भी एक बहुत बड़ा कारण है: PM
— PMO India (@PMOIndia) January 12, 2021
नरेंद्र मोदी ने सरकारी योजनाओं की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने ईको सिस्टम बनाने पर फोकस किया था. देश में ऐसा ही इको सिस्टम बन रहा है, जिससे की युवा अपने अंदर छुपी प्रतिभा को पहचान सकें. स्वामी विवेकानंद मानसिक और शारीरिक ताकतों पर यकीन रखते थे. पीएम नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया मूवमेंट, योग और स्पोर्ट्स का उदाहरण देते हुए कहा कि ये युवाओं को शारीरिक और मानसिक रुप से मजबूत बनाने से सहायता प्रदान कर रहे हैं.
नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश के युवा आज आत्मनिर्भर हो रहे हैं. ये स्वामी जी ही थे, जिन्होंने उस दौर में कहा था कि निडर, बेबाक, साफ दिल वाले, साहसी और आकांक्षी युवा ही वो नींव है जिस पर राष्ट्र के भविष्य का निर्माण होता है. स्वामी विवेकानंद युवाओं पर, युवा शक्ति पर इतना विश्वास करते थे.
लेकिन आज राजनीति में ईमानदार लोगों को भी मौका मिल रहा है।
Honesty और Performance आज की राजनीति की पहली अनिवार्य शर्त होती जा रही है।
भ्रष्टाचार जिनकी legacy थी, उनका भ्रष्टाचार ही आज उन पर बोझ बन गया है।
वो लाख कोशिशों के बाद भी इससे उभर नहीं पा रहे हैं: PM
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नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि पहले देश में यह था कि अगर कोई युवक राजनीति की तरफ रुख करता था तो घर वाले कहते थे कि बच्चा बिगड़ रहा है. क्योंकि राजनीति का मतलब ही बन गया था- झगड़ा, फसाद, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार. लोग कहते थे कि सब कुछ बदल सकता है लेकिन सियासत नहीं बदल सकती. लेकिन आज राजनीति में ईमानदार लोगों को भी मौका मिल रहा है. आज राजनीति की पहली अनिवार्य शर्त ईमानदारी है.